साहित्यिक विमर्श (कविता, नवगीत, कहानी, लघु-कथा, व्यंग्य, ग़ज़ल, संस्मरण, आत्मकथा, पुस्तक समीक्षा, आप बीती, किस्से कलम के)
कविता
विभा परमार, तेजस पूनिया, अरुण देव, अरविंद अवस्थी, आशा पाण्डेय, ध्रुव गुप्त, गौरव गुप्ता, ईश्वर, माला झा, मंगलेश डबराल, मसूद अख्तर, प्रज्ञा, सरला महेश्वरी, सुशांत सुप्रिय, विकास द्विवेदी, विरेंदर भाटिया
नवगीत
शिवानंद सहयोगी
ग़ज़ल
नवीन मणि त्रिपाठी, डॉ. राकेश जोशी
कहानी
मिट्टी: डॉ. लवलेश दत्त
सात मिनट (मूल कहानी: मुस्तफ़ा करीम)(उर्दू): अनुवादक- डॉ. मोहसिन खान
गुड्डों की विदाई: वर्षा पंवार
लघुकथा
करवा व्रत: डॉ. सुरेखा शर्मा
अपने-अपने एक्वेरियम: विजयानंद विजय
पुस्तक समीक्षा
घुमंतू समुदाय का वृत्तांत ‘रेत’ (उपन्यास- भगवानदास मोरवाल): समीक्षक- भरत
मुक्ति और अन्य कहानियाँ (कहानी संग्रह- राजेन्द्र वर्मा): समीक्षक- नसीम साकेती
छंद-लय की ताक में (कैलाश नारायाण तिवारी की रचनाएँ): समीक्षक- नेहा मिश्रा
व्यंग्य
गोद में गाँव, शहर बने स्मार्ट: आरिफा एविस
परसाई: उत्पीड़ित, शोषित अवाम की आवाज़: एम.एम. चंद्रा
संस्मरण
छोटे शहर का बड़ा लेखक: ह्रदयेश- मूलचंद गौतम
किस्से कलम के
कुर्रतुल एन हैदर : शैलेन्द्र चौहान
कला- विमर्श
On screen male sexuality and women spectators: semiotic analysis of Hindi Contemporary Cinema- Rahul Chanda
साहित्य, समाज और सिनेमा: डॉ. पुनीत बिसारिया
नुक्कड़ नाटक और शिवराम: शिव कुमार वर्मा
वर्तमान नेताओं की खुदगर्जी और स्तरहीनता का प्रतीक: शुतुरमुर्ग (नाटक)- डॉ. सोमाभाई पटेल
मीडिया- विमर्श
विज्ञापन वस्तु के रूप में महिला: टेलीविज़न की बदलती संस्कृति- रजनी
दलित एवं आदिवासी- विमर्श
आदिवासियों की छटपटाहट एवं उनके समाज की चुनौतियाँ: आशीष कुमार
भक्त रविदास की वाणी में दलित चेतना का स्वरूप: डॉ. आनंद कुमार यादव
दलित साहित्य के प्रतिमान: संजय आटेडिया
नरेंद्र कोहली कृत ‘दीक्षा’ में दलित चेतना: सरोज बैरड
ओमप्रकाश वाल्मीकि का साहित्यिक योगदान: विनय कुमार गुप्ता
स्त्री विमर्श
साहित्य लेखन के संदर्भ में स्त्री अस्मिता: एक चिंतन- दर्शना जी वैश्य
व्यावसायिक कुमांउनी गीतों में सशक्त होती स्त्री की छवि का अध्ययन: दिव्या पाठक
बाल विमर्श
नीति कथा (बाल कथा): सुदर्शन वशिष्ठ
ऋतुएँ कौन बदलता है माँ (बाल कविता): उमेश चंद्र सिरवारी
शिक्षा विमर्श
समाज कार्य एक व्यवसाय एवं शिक्षा के रूप में: गौरव कुमार
समसामयिक विमर्श
राज्य हिंसा पर विचार: क्या भारत एक हिंसक राज्य है?- अम्बिकेश कुमार त्रिपाठी
मुस्लिम महिला: विवाह, तलाक और भविष्य- डॉ. सदफ़ खान
बैंकिंग क्षेत्र में नया क्षितिज:ई-बैंकिंग: डॉ. बिंदिया
निर्मला भुराड़िया का ‘गुलाम मंडी’: किन्नर समाज के अनछुए हिस्से का संस्पर्श (किन्नर विमर्श के विशेष संदर्भ में) : डॉ. किरण ग्रोवर
अपराध: डॉ. प्रतिभा पाण्डेय
मौखिक इतिहास स्रोत एवं लेखन: डॉ. राकेश मोहन नौटियाल
शोध आलेख
असम का लोकसाहित्य: वीरेंद्र परमार
प्रेमचंद का संस्कृति चिंतन: निबंधों के वातायन से- ललन कुमार
नागार्जुन के उपन्यासों में जन आंदोलन: अजय कुमार चौधरी
हिंदी साहित्य लेखन: विविध आयाम एवं चुनौतियाँ (बीसवीं सदी के महिला उपन्यासकारों के संदर्भ में): डॉ. भारत भूषण
आचार्य रामचंद्र शुक्ल और हजारी प्रसाद द्विवेदी के संदर्भ में नामवर सिंह और रामस्वरूप चतुर्वेदी द्वारा ‘दूसरी परंपरा की खोज का मूल्यांकन’: अनामिका दास
कर्नल गैब्रियल गार्सिया मार्खेज और उपन्यास ‘एकांत के सौ वर्ष’: धर्मवीर यादव गगन
इतिहासबोध और गांधी (विशेष संदर्भ- हिंद स्वराज): डॉ. प्रकाशचंद्र भट्ट
प्रेमचंद के उपन्यासों में चित्रित मध्यम वर्ग: निदा
रामविलास शर्मा की दृष्टि में प्रेमचंद: गुड़िया कुमारी
हरीश्चन्द्र पाण्डेय: 21वीं सदी में सहजता का कवि- अनिल कुमार यादव
जल ही जीवन है: ‘रक्षत गंगाम’ महाकाव्य के आलोक में- अरुण कुमार निषाद
हिंदी लेखक श्रीलाल शुक्ल: व्यक्ति एवं रचना- डॉ. ए.सी.वी. रामकुमार
सल्तनत को सुनो गाँववालों- डॉ. गोपाल प्रसाद ‘निर्दोष’
रसखान के काव्य में प्रेम तत्व: डॉ. सुधीर ग वाघ
बाबा नागार्जुन और विश्वविद्यालयों में हिंदी पाठ्यक्रम: मुलायम सिंह
साक्षात्कार
लन्दन के बहुचर्चित प्रवासी साहित्यकार तेजेंद्र शर्मा जी डॉ. सुमन सिंह की बातचीत
अखिलेश द्विवेदी द्वारा संदीप तोमर का साक्षात्कार
अनुवाद
अनुवाद: प्रक्रिया, क्षेत्र, प्रकार तथा उपयोगिता: प्रितेंद्र कुमार मालाकार
नव-लेखन
केरलीय संस्कृति का महापर्व ‘ओणम’: काव्यश्री टी.सी.
बेबसी के आंसू: राजू सुथार
प्रवासी साहित्य
हिंदी के प्रवासी साहित्य की परंपरा: स्वर्णलता ठन्ना
प्रवासी अंजना संधीर के काव्य में भारतीय जीवन: डॉ. कंचन गोयल
आवरण चित्र: दीपक यात्री
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